Sent: Friday, February 12, 2010 5:40 AM
Subject: [Madan Gopal Garga] शिव जी की प्रार्थना
- मेरा शंकर भोला है मेरा शंकर भोला है !
शिव शंकर मेरा भोला है भीमशंकर मेरा भोला है !!
उसके एक हाथ में डमरू सोहे दुसरे हाथ में भाला !
बाम अंग में गौरी विराजत गोद में गणपति लाला है !!
- पाऊं में खडाऊं साजत कानन में कुंडल !
माथे पर चन्द्रमा विराजत केसों से बहती गंग धारा है !!
विष्णु को देदी मोतिन की माला ख़ुद पहने सर्पों की माला है !
विष्णु को देदी पीताम्बरी खुद ओढे गज छाला है !!
ब्रह्मा को देदिया ब्रह्मा लोक और विष्णू को देदिया स्वर्ग लोक ख़ुद रहता है मरघट में !
देवों को देदिया अमृत का प्याला ख़ुद पी गये विष प्याला है !!
कहे मदन गोपाल मेरा शंकर भोला है ! - १-८-2006
श्री गणेशाय नमः
प्रथम वंदना गणपति जी की, पूर्ण करे जो काम।हाथ जोड़ विनती करु, मेरी पत्त राखो भगवान।
हंस वाहिनी शारदे तुम्हे, शत शत करु प्रणाम।सुधांशु जी मेरी प्रेरणा, गुरुवार का प्रसाद।
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Posted By Madan Gopal Garga to Madan Gopal Garga at 8/15/2007 07:41:00 PM