समाचार चैनलोंका आज भारी बोलबाला है , ऐसा लगता है कि किसी की भी पगड़ी उछालने का उनके पास अधिकार है ! कुछ निहित स्वार्थी लोग उनको ऐसी सामग्री देकर आग में घृत डालने का कार्य करते हैं !कुछ संतोंपर तथा ज्योतिषी और तांत्रिकों पर दिखाया गया स्टिंग औपरेशन उसका ताजा उदाहरण है ! परम पूज्य सुधांशुजी महाराज को भी इसी चैनल ने इसी नाप से नापने की कोशिश की ,जिसकी सम्पूर्ण राष्टृ ने निन्दाजनक अभिव्यक्ति दी है !
सदगुरुदेव सदा शांति एवं सौहार्द का ही संदेश देते हें ,उनका आदेश है -केवल शांत रहकर सबके लिए सदबुद्धि की मंगल प्रार्थना करें ,कोई भी आवेशित होकर व्यवहार न करें !
ऐसे प्यारे सदगुरुजी महाराज को किसी से क्या स्वार्थ !
मीडिया भेष बदलकर ललचाने ,फंसाने आया, गुरु के मुख से कुछ मनचाहा निकलवाने की कोशिश करता रहा ,परन्तु सदगुरुजी ने मुख से कुछ नहीं कहा जो आपत्तिजनक हो ! परन्तु चैनल ने शब्धों को अपने अर्थ निकालने के उद्देश्य से उनका उपयोग किया !
महाराजश्री स्वय पक्ष रखने के लिए चैनल की स्क्रीन पर दिखाई दिए ,उन्होंने अपनी बात स्पष्टता से कही!
एक वार्ताकार के कुछ शब्द स्तर से परे थे ,जो दुखदाई थे ! संतों को गलत साबित करने की ऐक मुहिम आज चरम पर हे ! जिंसका एक कारण यह भी है ,कुछ तथाकथित नकली लोग धर्म ध्वज धार्ण किए हुए हैं, लेकिन अच्छे और बुरे लोग हर युग में रहे हैं ! सुगन्ध के प्रसार्ण से ही वातावरण महकेगा दुर्गन्ध से नहीं !
डाँ नरेन्द्र मदान
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Madan Gopal Garga द्वारा DELHI (VISHWAJAGRITI MISSION ) के लिए 10/13/2010 07:17:00 PM को पोस्ट किया गया