यदि भला किसी क़ा कर न सको ,तो बुरा किसी क़ा न करना !
अमृत पिलाने को न हो अगर ,तो जहर पिलाते भी डरना !
सत्य मधुर यदि कह न सको ,तो झूंट कभी भी मत् बोलो !
मौन रहो तो सबसे अच्छा ,कम से कम विष तो मत् घोलो !
महल किसी क़ा बना न सको ,तो झोपड़ियां न जला देना !
मलहम पट्टी गर कर न सको ,तो खारा नमक न लगा दबा !
दीपक बन कर जल न सको ,तो अन्धकार न कर देना !
इस दुनिया में आए हो तो ,कम से कम इंसान बनो !
काम-क्रोध-मद लोभ त्याग कर ,प्रतिपल शिवशंकर भजो !