अपनी समृद्धि के विस्तार में कभी किसी प्रकार का प्रमाद न करें। ज्ञान का विस्तार करने में, विद्या अध्ययन करने में कभी आलस्य नहीं करना।
पढ़ना, समझना और फिर जीवन में उतारना यही ज्ञान का उपयोग है।
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
Do not be idle or stagnant when it comes to the opportunity to expand your horizon. Never be lazy when it comes to gaining knowledge and learning. By learning, understanding and then using what is learned, knowledge can be useful and valuable.
Translated by Humble Devotee
Praveen Verma