disciple of Sudhanshuji Maharaj
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About Me
Monday, February 21, 2011
भूल होना
अपनी महानता को स्वयं समझो
Saturday, February 19, 2011
हमें अश्रद्धा,अविश्वास और वैर
Friday, February 18, 2011
Thursday, February 17, 2011
जिन्दगी वक्त के रूप
जिन्दगी वक्त के रूप में है – वक्त का सही उपयोग करो।
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
Your life is nothing but the time you have. Make proper use of your time.
Translated by Humble Devotee
Praveen Verma
Monday, February 14, 2011
हम जो संक्षिप्त मार्ग ढ़ूढ़ रहे
हम जो संक्षिप्त मार्ग ढ़ूढ़ रहे होते हैं , उसमें दुःख की भारी संभावनाएँ रहती हैं ।
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
When we try to search for shortcuts, there are huge possibilites for misery.
Translated by Humble Devotee
Praveen Verma
Sunday, February 13, 2011
भगवान वही देता है जो उचित
भगवान वही देता है जो उचित है और कल्याणकारी है।
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
God gives us only what is appropriate and beneficial.
Translated by Humble Devotee
Praveen Verma
जीवन में सब तरह के रंग
जीवन में सब तरह के रंग होते हैं । एक ही रंग से जिन्दगी को सजाया नहीं जा सकता।
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
There are all sorts of colors in life. Life can not be beautify just with one color.
Translated by Humble Devotee
Praveen Verma
Saturday, February 12, 2011
आज का काम
आज का काम भलीभान्ति पूरा
करने के अलावा बाकी
समस्त महत्वाकांक्षाओं को त्याग
दो। आपके हाथ में जो समय है उसे
सँभालना है।
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
Give up all aspirations, except fulfilling today's goals and duties well. Safeguard the time you have in your hands.
Translated by Humble Devotee
Praveen Verma
Friday, February 11, 2011
हाथों से कर्म करने की
हाथों से कर्म करने की शक्ति और वाणी से बोलने की खास देन भगवान ने इंसान को दी है।
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
To do actions from our hands and the special gift of speech is given only to humans by God.
Translated by Humble Devotee
Praveen Verma
Thursday, February 10, 2011
खुशी और कमाई एक दुसरे से जुड़े
Wednesday, February 9, 2011
गुरुजनों का सदैव सम्मान करें
हमें हर सम्भव प्रयत्न करना चाहिए कि अपने माता-पिता एवं गुरुजनों का सदैव सम्मान करें ।
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
We should make every possible effort to always respect our parents and our teachers.
Translated by Humble Devotee
Praveen Verma
भगवान ने आपको दुनियाँ के लाखों
भगवान ने आपको दुनियाँ के लाखों करोड़ो लोगों से अलग बनाया है, वह हर किसी से कुछ अलग ही चाहता है, कुछ खास ।
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
God has created a unique you - different among millions of people in this world.
God wants something different for everyone, something special.
Translated by Humble Devotee
Praveen Verma
Monday, February 7, 2011
अपनी कमजोरियो पर
अपनी कमजोरियो पर विजय पाइए। आज से शुरु हो जाइए
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
Win over your weaknesses. This should start from today.
Translated by Humble Devotee
Praveen Verma
जन्म देने वाले मालिक
जन्म देने वाले मालिक ने जीभ तो बनाई एक, पर कान बनाए दो। दो कान इसलिए बनाए कि ज्यादा सुन लेना, लेकिन ज्यादा बोलना नहीं । जितना बोलना नाप-तोल कर ही बोलना।
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
God gave us life, one tongue and two ears. We have two ears and only one tongue because we should hear more and speak less. Prior to speaking, we should always think about what we are saying.
Translated by Humble Devotee
Praveen Verma
भगवान की पूजा-प्रार्थना इस
भगवान की पूजा
-प्रार्थना इस भय से नहीं करनी चाहिए कि नहीं करेंगें तो भगवान कुछ बुरा कर देगा , वरन इसलिए करना चाहिए कि यह हमारा स्वाभाविक कर्तव्य है !पूज्य
सुधांशुजी महाराजSunday, February 6, 2011
jigyasa aur samadhan: मन से अशान्ति नहीं जाती
जो तुम्हारे पास नहीं
जो तुम्हारे पास नहीं है उसका रोना मत रोओ, वरन जो तुम्हारे पास है उसी के सहारे आसमान की बुलंदियों तक पहुंचनेका प्रयास करो !
पूज्य सुधांशुजी महाराज
Thursday, February 3, 2011
अगर आप सबका भला चाहोगे तो
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
Wednesday, February 2, 2011
आज जो अवसर
आज जो अवसर आपको मिला है उसे खोइए मत । समय की हानि सबसे बड़ी हानि है।
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
Do not lose the opportunity that you get today. The loss of time is the biggest loss.
Translated by Humble Devotee
Praveen Verma
जो आज वर्तमान है
जो आज वर्तमान है उसे ही देखिए, उसे आज ही सँवारिए, आज का संघर्ष कल की सफ़लता है।
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
Today is your present, examine it and improve upon it. The struggle of today is tomorrow's success.
Translated by Humble Devotee
Praveen Verma
आत्म सुधार
आत्म सुधार व आत्मिक विकास के लिए आज से ही चेष्टा शुरु होनी चाहिए खुद से खुद का उद्धार कीजिए।
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
Endeavor for self-reformation and
Praveen Verma
जिन्दगी के प्रत्येक कर्म
जिन्दगी के प्रत्येक कर्म को एक खेल समझो और हर खेल में हार जीत जरूर होगी।
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
Understand every action of life as a game and that there is defeat and victory in every game.
Translated by Humble Devotee
Praveen Verma
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- आज का काम भलीभान्ति (1)
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- इस धरती को अगर रहने के काबिल बनाना चाहते होन (1)
- इंसान की व्यवस्थायें बहुत अच्छी हो सकती हैं (1)
- इंसान पदार्थो का बहुत महत्व मानने लग जाता है (1)
- उपयोगी बातें (1)
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- उलझाना (1)
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- कर्ण कौन सा श्रेष्ट है ? (1)
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- कर्म और भाग्य दोनो अलग अलग हें (1)
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- खुश रहो (1)
- खुशबू (1)
- खुशियों हमेशा बूँदों की तरह बरसती हैं (1)
- खुशी (1)
- खुशी और कमाई एक दुसरे से जुड़े (1)
- गणेश महालक्ष्मी महायागा 2008 (1)
- गलती (1)
- गीता (1)
- गुरु (1)
- गुरु का पत्र अपने प्यारों के नाम (1)
- गुरु के प्यारों के आनन्द का पर्व ----"-उल्लास पर्व " समारोह २०११ (1)
- गुरु को संभाल लो तो गोविन्द भी (1)
- गुरु को संभाल लो तो गोविन्दअमृतवाणी (1)
- गुरु जी बाग़ से बैठे हुए (1)
- गुरु ज्ञान की गंगा (1)
- गुरु ज्ञान वाटिका के पुष्प (1)
- गुरु ज्ञान-वाटिका के सुन्दर सुमन (1)
- गुरु मंत्र (1)
- गुरु वाणी (1)
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- गुरुदेव -गुरुमां के ग्रहस्थ प्रवेश (1)
- गुरुदेव जीवन में सात्विक भाव जगाने के लिए क्या क... (1)
- गुरुदेव धर्म के पथ पर चलने का सदेश सभी देते हें (1)
- गुरुपूर्णिमा महोत्सव के देशव्यापी कार्यकर्म (1)
- गुरुवाणी (1)
- गुरुवाणी २७-४-२०१२ (1)
- गृहस्थ आश्रम के ३१ वर्ष सम्पन्न होने पर बधाई (1)
- घर पर आये अतिथि का स्वागत करना (1)
- घृणा को प्रेम से और (1)
- चकोर को चैन मिलता है (1)
- चार चीज याद रखो (1)
- चिंतन (1)
- चिंता (1)
- चिंता को चबा लेना नहीं तो (1)
- चिंता से चिंतन की (1)
- चिंता से चिंतन की और (1)
- चित्त एक सरोवर (1)
- जग (1)
- जन्म देने वाले मालिक (1)
- जब आपके पास सही विचार हैं (1)
- जब कभी संकट की बेला (1)
- जब जीवन मैं (1)
- जब तक आदर्श विचारों में (1)
- जब भी बोलो यह सोच के बोलो (1)
- जब मन में सन्तुष्टी हो (1)
- जब संसार की वासनाओं का (1)
- जब हम कर्म के फल की कामना (1)
- जहां भी त्याग की भावना (1)
- जहाँ विराटता की थोड़ी-सी भी (1)
- जागो (1)
- जिज्ञासा प्रारंभ में परमात्मा ने हमको दी णी (1)
- जिज्ञासु :-गुरुदेव जब भी भक्ति मैं बैठता हूँ तो मन. (1)
- जिज्ञासु :-पूज्य गुरूदेव : अगर भाग्य के (1)
- जिज्ञासु :-पूज्य गुरूदेव : साधारण जीवन में परमात्म (1)
- जिंदगी (1)
- जिंदगी के हर मोड़ पर काम आने वाली (1)
- जिंदगी को (1)
- ज़िन्दगी के पन्ने पर कुछ ऐसा लिख जा (1)
- जिन्दगी के प्रत्येक कर्म (1)
- जिन्दगी को ऐक खेल बनाओ (1)
- जिन्दगी वक्त के रूप (1)
- जिस समय तुम संसार में उलझ (1)
- जिसके पास धैर्य है (1)
- जिसमें संतुलन है उसके अन्दर प्रसन्नता है (1)
- जीना मरना (1)
- जीने की समझ (1)
- जीभ (1)
- जीवन (1)
- जीवन की दिशा बदल (1)
- जीवन की दौड़ मैं गिरना बुरी आदत नहीं (1)
- जीवन की वाटिका (1)
- जीवन की सम्पूर्णता है आनन्द (1)
- जीवन के लिए तीन चीजें जरुरी हैं (1)
- जीवन जीने की अनुपम विधा है (1)
- जीवन में जरुरी (1)
- जीवन में पुरुषार्थ को महत्व दें या प्रारब्ध (1)
- जीवन में पुरुषार्थ को महत्व दें या प्रारब्ध को (1)
- जीवन में श्रेष्ठ को जान (1)
- जीवन में सब तरह के रंग (1)
- जीवन रुपी रस्सी को नाव से खोलोगे (1)
- जीवन संगीत (1)
- जीवन स्वर्ण से नहीं खरीदा जा सकता (1)
- जुआ (1)
- जुआ सुख (1)
- जैसे आँखों में मोतियाबिंद (1)
- जैसे दिन को सजाता है (1)
- जैसे भेड़ों का झुंड चलता है (1)
- जैसे सोना अग्नि में पड़कर (1)
- जो आज वर्तमान है (2)
- जो तुम्हारे पास नहीं (1)
- जो परम तत्त्व हमारे अंतर में बसा हुआ है (2)
- जो बीत गया सो बीत गया (1)
- जो भी रोजी रोटी कमाने का रास्ता (1)
- ज्ञानोदय (1)
- झूंट (1)
- तप से (1)
- तीर्थ आपके अदंर हें (1)
- तू-तू (1)
- त्याग कारो तृष्णा का (1)
- दया धर्म का मूल हे (1)
- दिया (1)
- दिया जला नहीं सकते (1)
- दिया जला नहीं सकते तो (1)
- दुःख -सुख (1)
- दुःख की लकीरे मन को दबाने लगे तो (1)
- दुनिया की आँखों में धूल (1)
- दुनिया की पुरानी रीत (1)
- दुनिया में जहाँ विनम्रता से कार्य (1)
- दुनिया में भगवान को चाहने वाले कम हे... (1)
- दुर्भाग्य (1)
- दूर की दर्ष्टि रखना जीवन एक महान गुण हे (1)
- दूसरों के दोष ढूंढने में अपनी शक्ति (1)
- दूसरों को चोट पहुँचाने (1)
- दोष (1)
- द्रढ निश्चय (1)
- द्वंद (1)
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- धन -ज्ञान (1)
- धन मिल भी जाए तो (1)
- धन साधन हें साध्य नहीं (1)
- धन्यवाद (1)
- धर्म (3)
- धर्म की कसौटी (1)
- धेर्य बहुत बड़ा गुण हे (1)
- न अत्याचार करो न (1)
- न तो संसार मैं (1)
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- निराश (1)
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- परम उद्देश्य (1)
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- परमात्मा की कृपा सहज ही कैसे होती हैं (1)
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- पूज्य श्री के मई ०९ के कार्यक्रम (1)
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- पूज्यश्री के आगामी कार्यक्रम (1)
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- प्रार्थना का मतलब हें धन्यवाद करना (1)
- प्रार्थना का मतलब हें धन्यवाद करना और (1)
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- भविष्य परमात्मा के हाथ में है (1)
- भाग्य आपको परिस्थितियॉ देता (1)
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- महाराजश्री के आगामी कार्यक्रम (1)
- महिमा (1)
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- माया (1)
- माहारज श्री के अहमदाबद् के प्रवचन का सीधा प्रसारण (1)
- मित्रता (1)
- मुर्ख (1)
- मुशकिल (1)
- मुस्कराने से खुशियां आपके आस पास (1)
- मूँगफली दी खुशबु ते गुड़ दी मिठास (1)
- मूर्खता चोट (1)
- में-में की लड़ाई से कैसे बचें (1)
- यदि किसी को कुछ दे दिया (1)
- यह जीवन छुरे (1)
- याद रखिए अगर भय है (1)
- रक्षा करो प्रेम (1)
- रहने का तरीका (1)
- राख को तो चीं (1)
- रोज यह सोचो की (1)
- लक्ष्य (1)
- लड़ाई (1)
- लापरवाही (1)
- लालच (1)
- वह इंसान महान है जो अपने नियम और मर्यादा (1)
- वहा ये बात प्रमुख हे कि.... (1)
- वाणी मैं अनर्थ (1)
- विद्यार्थियों के लिए धर्म का सूत्र (1)
- विद्यार्थियों के लिए धर्म के सूत्र (1)
- विपरीत समय में दुनिया (1)
- विराट सत्संग उल्ल्हासनगर (1)
- विराट भक्ति सत्संग (1)
- विराट भक्ति सत्संग् (1)
- विराटता (1)
- विश्वास (1)
- वे माता पिता अपनी (1)
- वेद (1)
- शांत मस्तिष्क ही सही (1)
- शान्ति (1)
- शान्ति एव सौहार्द की प्रतिमूर्ति हैं सदगुरु (1)
- शिव जी की प्रार्थना (1)
- शिवजी के १०८ नाम (1)
- शुभ कर्म (1)
- शुभ का स्वागत करो (1)
- श्री गणपति भगवान (1)
- सज्जनता (1)
- सत्कर्म (1)
- सत्संग और स्वाध्याय (1)
- सदगुरु की अमृत वाणी (1)
- सदगुरु के अनमोल बोल (1)
- सदगुरु चालीसा (1)
- सन्तान कौन सी अच्छी है (1)
- सफ़र (1)
- सफ़लता के मार्ग पर (1)
- सफलता यात्रा हे लक्ष्य (1)
- सब कुछ खो जाए (2)
- सबसे उपयुक्त समय ----- (1)
- सबसे बड़ा प्रेरक मनु (1)
- सभ्यता (1)
- समस्या को पहले समझो (1)
- समस्या से उपर उठो (1)
- सम्पति और समय (1)
- संसार (1)
- संसार में समय को बहुमूल्य संपदा माना गया हैन (1)
- सही raah (1)
- सात क़ा रहस्य (1)
- साधना शिविर मनाली (1)
- सीखिए (1)
- सीखिए: (1)
- सुख अच्छा लगता है (1)
- सुख और दुःख (1)
- सूचना (1)
- सेवा (1)
- सोते समय मन को (1)
- स्वर्ग नरक (1)
- स्वर्ग नरक भगवान् ने नहीं बनाए (1)
- हम जो संक्षिप्त मार्ग ढ़ूढ़ रहे (1)
- हमारी रचनात्मक (1)
- हमारे कर्म हे उलझन हें (1)
- हमारे जीवन में विचारों की शक्ति (1)
- हमारे जीवन में विचारों की शक्ति का बडा मूल्य है (1)
- हमें अश्रद्धा (1)
- हर दिन नया उपहार लेकर आता (1)
- हर दिन नया उपहार लेकर आता है (1)
- हर भक्त की पुकार अपने सद्गुरुजी (1)
- हर शुभ कार्य प्रारभ करने से पूर्व कठिन प्रतीत होता हे (1)
- हंसी दुखों को दूर (1)
- हाथों से कर्म करने की (1)