From: Praveen Verma
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Saturday, April 28, 2012
आज का विचार - 28/4/12
From: Praveen Verma
Friday, April 27, 2012
Thursday, April 26, 2012
Fwd: आज का विचार - 4/25/12
From: Praveen Verma
अगर गलत बात को मानने के लिए हम झुकते हैं तो याद रखिए इससे हमारी दुर्बलता का पता चलता है।
We show our weakness, if we bend or compromise for the wrong reasons.
Humble Devotee
Wednesday, April 25, 2012
आज का विचार - 25/4/12
From: Praveen Verma
बेबसी से जीवन जीने के लिए दुनिया में नहीं आए, बेहतर जीवन जीने के लिए आप आए है।
You have not come into this world to live helplessly; instead you have come into this world to live better.
Humble Devotee
Sunday, April 22, 2012
Fwd: [jigyasa aur samadhan] प्रशन आपके उत्तर गुरुदेवके-1
From: Madan Gopal Garga <mggarga@gmail.com>
Date: 2012/4/22
Subject: [jigyasa aur samadhan] प्रशन आपके उत्तर गुरुदेवके-1
To: mggarga@gmail.com
--
Posted By Madan Gopal Garga to jigyasa aur samadhan at 4/22/2012 07:12:00 PM
Friday, April 20, 2012
आज का विचार 20/4/12
From: Praveen Verma
तुम परमात्मा के हस्ताक्षर हो, तुम्हारे जैसा परमात्मा ने कोई नहीं बनाया। अपने पर मान करो, अपने होने का आनन्द लो।
You are God's signature. God has not made anyone like you. Be proud of
Humble Devotee
Wednesday, April 18, 2012
आज का जीवन सूत्र-१७-४-२०१२
उपयोगी बातें
उपयोगी बातें
जीवन हे कांटों का दुर्लभ बिछोना !
जीवन के सफर में अनेक कष्ट आते !
मिटें कष्ट कैसे यह सदगुरु बताते !
दान न जाने तो धन व्यर्थ हे !
प्रेम न जाने तो संबद्ध व्यर्थ हे !
मर्म न जाने तो कर्म व्यर्थ हे !
धर्म न जाने तो जीवन व्यर्थ हे !
संग्रह करो तो त्याग भी करो !
कमाओ तो उपयोग भी करो !
ज्ञान किया हे तो उपयोग भी करो !
सामर्थ्य हो तो सहयोग भी करो !
बृक्ष की गरिमा फल बांटने में हे !
बादल की गरिमा जल बांट्ने में हे !
भक्ति की गरिमा प्यार बांटने में हे !
व्यक्ति की गरिमा उपहार बांटने में हे !
सफलता
गुरु चरण
धुल गुरु के चरणों
Monday, April 16, 2012
आज का जीवन सूत्र-१६-४-२०१२
Sunday, April 15, 2012
आज का जीवन सूत्र-१५-४-२०१२
आज का विचार -15/4/12
From: Praveen Verma
A person's conscious should be clear and clean. If we are good then the world is good.
And if we are bad then the world will prove to be bad for us.
Humble Devotee
Saturday, April 14, 2012
Madan Gopal Garga: गूरुवर मोको
[Vardanlok Ashram Mumbai] SABSE STHAYI VASTU KYA HAI?
From: Kiran Agarwaal
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ok
Friday, April 13, 2012
आज का जीवन सूत्र-१३-४-२०१२
Wednesday, April 11, 2012
आज का विचार - 11/4/12
From: Praveen Verma
आप अपने पैसे को खर्च करने में जितनी सावधानी बरतते हैं उससे कहीं अधिक सावधानी अपने समय को खर्च करने में बरतें तो आपकी उन्नति को कोई नहीं रोक सकता।
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
If you are more cautious when spending your time than when spending your money, your personal progress can not be stopped.
Humble Devotee
Tuesday, April 10, 2012
आज का जीवन सूत्र-१०-४-२०१२
Monday, April 9, 2012
Sunday, April 8, 2012
आज का जीवन सूत्र-८-४-२०१२
Saturday, April 7, 2012
आज का विचार - 6/4/12
From: Praveen Verma
बात इतनी नहीं कि किसके पास कितना है, बात यह जरूर है कि कितना पाकर कौन कितना खुश रहता है, कितना आनन्द मनाता है।
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज You are not measured by how much you have but how happy and blissful you are with whatever you have.
Humble Devotee
SECOND DAY OF DIVINE SATSANG FROM MEERUT
READ AND FOLLOW AND THANK KIRAN AND GURUJI!!!
Aasmaan me paani dikhai nahi deta lekin baarish hoti dikhti hai
Majburi ka naam sabra rakh liya hai insaan ne
Dheeraj manusya ka pita hai
Guruji bol rahe hai .........
Friday, April 6, 2012
Fwd: [GURUVAR KI AMRITVAANI] aaj guruji ne bhot saari acchi baate batai or...
From: Kiran Agarwaal <notification+zvefelze@facebookmail.com>
Date: 2012/4/6
Subject: [GURUVAR KI AMRITVAANI] aaj guruji ne bhot saari acchi baate batai or...
To: GURUVAR KI AMRITVAANI <guruvarkiamritvani@groups.facebook.com>
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Thursday, April 5, 2012
आज का जीवन सूत्र-५-४-२०१२
Wednesday, April 4, 2012
Tuesday, April 3, 2012
Monday, April 2, 2012
आज का विचार - 2/4/12
From: Praveen Verma
यह सच मान लो कि जब परीक्षा का क्षण आएगा तब आप ही वहां पर होंगें और कोई नहीं होगा।
इसलिए अपने आपको सबल बनाओ और सबल बनकर इस जीवन की यात्रा का सफ़र करो।
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
Hold this true, when one is tested they only have themselves to rely on, no one else.
Therefore build your strength for the life's journey. Humble DevoteeLabels
- -** सत्संग जीवन के लिए संजीवनी (1)
- : Link for Akash Wani Interview (1)
- : असमर्थता (1)
- : ऐसे न खर्च करना की (1)
- : जिसने भी भगवान के (1)
- : प्रश्न उत्तर (1)
- : सदगुरुदेव की आरती (1)
- : हमारे जीवन में विचारों की (1)
- . (1)
- ] प्रसन्न रहने का स्वभाव बनाओ (1)
- ** दिन में कम से कम एक बार घर के (1)
- १. कमजोर मनशक्ति ही अंधविश्वास (1)
- 108 name of shivji (1)
- 20th aniversar... (1)
- 24 घंटे में 24 मिनिट (1)
- aapko dukh main (1)
- abundance (1)
- address (1)
- Agar aap Line main sabse piche ho to bhi chinta... (1)
- ammritvani (1)
- Amrit Vani (1)
- AMRIT VANI Good thaughts by Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj] प्रेम (1)
- AMRIT VANI Good thoughts by Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj ammritvanni (1)
- AMRIT VANI Good thoughts by Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj] अमृत वाणी (1)
- AMRIT VANI Good thoughts by Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj] धेर्य (1)
- AMRIT VANI Good thoughts by Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj] सदगुरु की अमृत ... (1)
- Anand Dham Forms (1)
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- GURU VATIKA SE CHUNE PHOOL-Good thoughts by SUDHANSHUJI Maharaj] माफी (1)
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- jigyasa aur samadhan: पूज्य गुरूदेव मेरे घर में मैं मेरी पत्नी और मेरा ब. (1)
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- khushi (1)
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- अपने आप को संभालना (1)
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- अमृतवाणी (1)
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- अम्रित वाणी (1)
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- आज का काम भलीभान्ति (1)
- आज का काम भलीभान्ति पूरा (2)
- आज का गुरु संदेश 1-7-13-किसी ने सच कहा है (1)
- आज का गुरु संदेश 10-7-13-बड़े से बड़े संकट मैं (1)
- आज का गुरु संदेश 26-6-2013---आपका वास्तविक रूप (1)
- आज का गुरु संदेश 27-6-2013-जो दिन बीत (1)
- आज का गुरु संदेश 4-7-13 (1)
- आज का गुरु संदेश 5-7-13-फूल बन कर (2)
- आज का गुरु संदेश 6-7-13-अपना रोज (1)
- आज का गुरु संदेश 7-7-13-भगवान इतना (1)
- आज का गुरु संदेश 8-7-13-शूल को जो फूल (1)
- आज का गुरु संदेश9-7-13-मनुष्य की आदत है (1)
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- आज का विचार - 1/5/12 (1)
- आज का विचार - 17/3/12 (1)
- आज का विचार - 28/4/12 (1)
- आज का विचार--गुरु के मुख से (1)
- आज की गुरुवाणी 10-5-2012 (1)
- आज की गुरुवाणी 11-5-2012 (1)
- आज की गुरुवाणी 4-5-2012 (1)
- आज जो अवसर (1)
- आज से जिन्दगी को (1)
- आत्मा (1)
- आदमी का अन्तःकरण स्वच्छ होना चाहिए (1)
- आदमी क्या हे (1)
- आनंद (1)
- आनंद धाम (1)
- आपका धन कम (1)
- आपका वास्तविक रूप है (1)
- आपके द्वारा जितने लोग दुनिया में अच्छाई पर चलते जायेंगे (1)
- आशंकायें तरह (1)
- आस्तिक इंसान वो है जो (1)
- इस धरती को अगर रहने के काबिल बनाना चाहते हो (1)
- इस धरती को अगर रहने के काबिल बनाना चाहते होन (1)
- इंसान की व्यवस्थायें बहुत अच्छी हो सकती हैं (1)
- इंसान पदार्थो का बहुत महत्व मानने लग जाता है (1)
- उपयोगी बातें (1)
- उपासना (1)
- उलझन (1)
- उलझाना (1)
- कई कार्य एक साथ (1)
- कड़वाहट (1)
- कभी अपने आपसे भी मिलो बड़ा (1)
- कभी कम होने मत देना (1)
- कमी निकालना (1)
- कर्ण कौन सा श्रेष्ट है ? (1)
- कर्म (1)
- कर्म और भाग्य दोनो (1)
- कर्म और भाग्य दोनो अलग अलग हें (1)
- कानून (1)
- कार्य (1)
- काल (समय) जब अपने (1)
- किसी महान पुरुष के वचन (1)
- कुछ उदबोधन और जागृति के अक्षर (1)
- कौन हे ? (1)
- कौन है ? (1)
- क्रोध (2)
- क्रोधी व्यक्ति अपने (1)
- क्षमा (1)
- खुश रहना (1)
- खुश रहो (1)
- खुशबू (1)
- खुशियों हमेशा बूँदों की तरह बरसती हैं (1)
- खुशी (1)
- खुशी और कमाई एक दुसरे से जुड़े (1)
- गणेश महालक्ष्मी महायागा 2008 (1)
- गलती (1)
- गीता (1)
- गुरु (1)
- गुरु का पत्र अपने प्यारों के नाम (1)
- गुरु के प्यारों के आनन्द का पर्व ----"-उल्लास पर्व " समारोह २०११ (1)
- गुरु को संभाल लो तो गोविन्द भी (1)
- गुरु को संभाल लो तो गोविन्दअमृतवाणी (1)
- गुरु जी बाग़ से बैठे हुए (1)
- गुरु ज्ञान की गंगा (1)
- गुरु ज्ञान वाटिका के पुष्प (1)
- गुरु ज्ञान-वाटिका के सुन्दर सुमन (1)
- गुरु मंत्र (1)
- गुरु वाणी (1)
- गुरु सन्देश उठो (1)
- गुरु सुख का बहता (1)
- गुरुजनों का सदैव सम्मान करें (1)
- गुरुदेव -गुरुमां के ग्रहस्थ प्रवेश (1)
- गुरुदेव जीवन में सात्विक भाव जगाने के लिए क्या क... (1)
- गुरुदेव धर्म के पथ पर चलने का सदेश सभी देते हें (1)
- गुरुपूर्णिमा महोत्सव के देशव्यापी कार्यकर्म (1)
- गुरुवाणी (1)
- गुरुवाणी २७-४-२०१२ (1)
- गृहस्थ आश्रम के ३१ वर्ष सम्पन्न होने पर बधाई (1)
- घर पर आये अतिथि का स्वागत करना (1)
- घृणा को प्रेम से और (1)
- चकोर को चैन मिलता है (1)
- चार चीज याद रखो (1)
- चिंतन (1)
- चिंता (1)
- चिंता को चबा लेना नहीं तो (1)
- चिंता से चिंतन की (1)
- चिंता से चिंतन की और (1)
- चित्त एक सरोवर (1)
- जग (1)
- जन्म देने वाले मालिक (1)
- जब आपके पास सही विचार हैं (1)
- जब कभी संकट की बेला (1)
- जब जीवन मैं (1)
- जब तक आदर्श विचारों में (1)
- जब भी बोलो यह सोच के बोलो (1)
- जब मन में सन्तुष्टी हो (1)
- जब संसार की वासनाओं का (1)
- जब हम कर्म के फल की कामना (1)
- जहां भी त्याग की भावना (1)
- जहाँ विराटता की थोड़ी-सी भी (1)
- जागो (1)
- जिज्ञासा प्रारंभ में परमात्मा ने हमको दी णी (1)
- जिज्ञासु :-गुरुदेव जब भी भक्ति मैं बैठता हूँ तो मन. (1)
- जिज्ञासु :-पूज्य गुरूदेव : अगर भाग्य के (1)
- जिज्ञासु :-पूज्य गुरूदेव : साधारण जीवन में परमात्म (1)
- जिंदगी (1)
- जिंदगी के हर मोड़ पर काम आने वाली (1)
- जिंदगी को (1)
- ज़िन्दगी के पन्ने पर कुछ ऐसा लिख जा (1)
- जिन्दगी के प्रत्येक कर्म (1)
- जिन्दगी को ऐक खेल बनाओ (1)
- जिन्दगी वक्त के रूप (1)
- जिस समय तुम संसार में उलझ (1)
- जिसके पास धैर्य है (1)
- जिसमें संतुलन है उसके अन्दर प्रसन्नता है (1)
- जीना मरना (1)
- जीने की समझ (1)
- जीभ (1)
- जीवन (1)
- जीवन की दिशा बदल (1)
- जीवन की दौड़ मैं गिरना बुरी आदत नहीं (1)
- जीवन की वाटिका (1)
- जीवन की सम्पूर्णता है आनन्द (1)
- जीवन के लिए तीन चीजें जरुरी हैं (1)
- जीवन जीने की अनुपम विधा है (1)
- जीवन में जरुरी (1)
- जीवन में पुरुषार्थ को महत्व दें या प्रारब्ध (1)
- जीवन में पुरुषार्थ को महत्व दें या प्रारब्ध को (1)
- जीवन में श्रेष्ठ को जान (1)
- जीवन में सब तरह के रंग (1)
- जीवन रुपी रस्सी को नाव से खोलोगे (1)
- जीवन संगीत (1)
- जीवन स्वर्ण से नहीं खरीदा जा सकता (1)
- जुआ (1)
- जुआ सुख (1)
- जैसे आँखों में मोतियाबिंद (1)
- जैसे दिन को सजाता है (1)
- जैसे भेड़ों का झुंड चलता है (1)
- जैसे सोना अग्नि में पड़कर (1)
- जो आज वर्तमान है (2)
- जो तुम्हारे पास नहीं (1)
- जो परम तत्त्व हमारे अंतर में बसा हुआ है (2)
- जो बीत गया सो बीत गया (1)
- जो भी रोजी रोटी कमाने का रास्ता (1)
- ज्ञानोदय (1)
- झूंट (1)
- तप से (1)
- तीर्थ आपके अदंर हें (1)
- तू-तू (1)
- त्याग कारो तृष्णा का (1)
- दया धर्म का मूल हे (1)
- दिया (1)
- दिया जला नहीं सकते (1)
- दिया जला नहीं सकते तो (1)
- दुःख -सुख (1)
- दुःख की लकीरे मन को दबाने लगे तो (1)
- दुनिया की आँखों में धूल (1)
- दुनिया की पुरानी रीत (1)
- दुनिया में जहाँ विनम्रता से कार्य (1)
- दुनिया में भगवान को चाहने वाले कम हे... (1)
- दुर्भाग्य (1)
- दूर की दर्ष्टि रखना जीवन एक महान गुण हे (1)
- दूसरों के दोष ढूंढने में अपनी शक्ति (1)
- दूसरों को चोट पहुँचाने (1)
- दोष (1)
- द्रढ निश्चय (1)
- द्वंद (1)
- धन (1)
- धन -ज्ञान (1)
- धन मिल भी जाए तो (1)
- धन साधन हें साध्य नहीं (1)
- धन्यवाद (1)
- धर्म (3)
- धर्म की कसौटी (1)
- धेर्य बहुत बड़ा गुण हे (1)
- न अत्याचार करो न (1)
- न तो संसार मैं (1)
- नया आ रहा है (1)
- नववर्ष के स्वागतार्थ सदगुरु की सदप्रेरणा (1)
- निचे न गिरें (1)
- निराश (1)
- पंछी कभी संग्रह नहीं करते (1)
- परम उद्देश्य (1)
- परमात्मा (1)
- परमात्मा की कृपा सहज ही कैसे होती हैं (1)
- परमात्मा के निमित आप कोई भी कार्य करे (1)
- परिवरतन (1)
- परिस्थितियाँ (1)
- पानी (1)
- पाया है तो (1)
- पारस मणी (1)
- पुण्यरूपी हाथ कौन सा हे ? (1)
- पुरान (1)
- पूज्य महाराजश्री के आगामी कार्यक्रम (अप्रैल २००९ में ) (1)
- पूज्य श्री के मई ०९ के कार्यक्रम (1)
- पूज्य श्री सुधांशुजी महाराज का विनम्र निवेदन (1)
- पूज्यश्री के आगामी कार्यक्रम (1)
- पैसा (1)
- पैसे से आप (1)
- प्रकृति का नियम है कि (1)
- प्रत्येक इन्द्रिय का अपना धर्म है (1)
- प्रथ्वी (1)
- प्रभु की भक्ति (1)
- प्रसन्न रहने का स्वभाव बनाओ (1)
- प्रसन्न रहने के (1)
- प्रार्थना (1)
- प्रार्थना का मतलब हें धन्यवाद करना (1)
- प्रार्थना का मतलब हें धन्यवाद करना और (1)
- प्रेम (1)
- बहस करते करते वहाँ मत पहुँचो (1)
- बहादुर (1)
- बहार की रौशनी के भ्रम में अन्दर के उजाले को मत भूलो (1)
- बहिर्मुख वृति आपकी बनी हुई है (1)
- बाल्यकाल (1)
- बुद्धि और मन (1)
- बुरा (1)
- बृद्धों को चाहिए कि ज्यादा बोलने से बचें (1)
- बोध कथाएँ (1)
- बोलना (1)
- भक्ति (1)
- भक्ति करने के लिये कहां से प्रारम्भ करें (1)
- भगवन (1)
- भगवान का निय (1)
- भगवान की पूजा-प्रार्थना इस (1)
- भगवान के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए प्रयोग किये गए शब्द प्रार्थना हे (1)
- भगवान के सामने जब बेठो तो हाथ जोड़कर विनम्रता (1)
- भगवान गीता में कहते हें (1)
- भगवान ने आपको दुनियाँ के लाखों (1)
- भगवान वही देता है जो उचित (1)
- भगवान् की भक्ति (2)
- भय (1)
- भविष्य जानने की कोशिश मत करो (1)
- भविष्य परमात्मा के हाथ में है (1)
- भाग्य आपको परिस्थितियॉ देता (1)
- भाग्य क्या है ? (1)
- भावनायें (1)
- भूल होना (1)
- भोगना (1)
- मगर जिसे मिलता है गुरु का प्यार (1)
- मन (1)
- मन की शान्ति (भाग -३ ) (1)
- मन की शान्ति के लिए (भाग -१ ) (1)
- मन की शान्ति के लिए (भाग -२) (1)
- मन के कोरे (1)
- मन प्रभु (1)
- मननहीं बदला जाए (1)
- मनुष्य की प्रत्येक इन्द्रिय का अपना धर्म है (1)
- मनुष्य के जीवन में सबसे पहले यह (1)
- मनुष्य विचारों से ही (1)
- मन्त्र (1)
- महानता (1)
- महाराजश्री के (1)
- महाराजश्री के आगामी कार्यक्रम (1)
- महिमा (1)
- महीने में कम से कम एक दिन (1)
- माथे पर बरफ (1)
- माया (1)
- माहारज श्री के अहमदाबद् के प्रवचन का सीधा प्रसारण (1)
- मित्रता (1)
- मुर्ख (1)
- मुशकिल (1)
- मुस्कराने से खुशियां आपके आस पास (1)
- मूँगफली दी खुशबु ते गुड़ दी मिठास (1)
- मूर्खता चोट (1)
- में-में की लड़ाई से कैसे बचें (1)
- यदि किसी को कुछ दे दिया (1)
- यह जीवन छुरे (1)
- याद रखिए अगर भय है (1)
- रक्षा करो प्रेम (1)
- रहने का तरीका (1)
- राख को तो चीं (1)
- रोज यह सोचो की (1)
- लक्ष्य (1)
- लड़ाई (1)
- लापरवाही (1)
- लालच (1)
- वह इंसान महान है जो अपने नियम और मर्यादा (1)
- वहा ये बात प्रमुख हे कि.... (1)
- वाणी मैं अनर्थ (1)
- विद्यार्थियों के लिए धर्म का सूत्र (1)
- विद्यार्थियों के लिए धर्म के सूत्र (1)
- विपरीत समय में दुनिया (1)
- विराट सत्संग उल्ल्हासनगर (1)
- विराट भक्ति सत्संग (1)
- विराट भक्ति सत्संग् (1)
- विराटता (1)
- विश्वास (1)
- वे माता पिता अपनी (1)
- वेद (1)
- शांत मस्तिष्क ही सही (1)
- शान्ति (1)
- शान्ति एव सौहार्द की प्रतिमूर्ति हैं सदगुरु (1)
- शिव जी की प्रार्थना (1)
- शिवजी के १०८ नाम (1)
- शुभ कर्म (1)
- शुभ का स्वागत करो (1)
- श्री गणपति भगवान (1)
- सज्जनता (1)
- सत्कर्म (1)
- सत्संग और स्वाध्याय (1)
- सदगुरु की अमृत वाणी (1)
- सदगुरु के अनमोल बोल (1)
- सदगुरु चालीसा (1)
- सन्तान कौन सी अच्छी है (1)
- सफ़र (1)
- सफ़लता के मार्ग पर (1)
- सफलता यात्रा हे लक्ष्य (1)
- सब कुछ खो जाए (2)
- सबसे उपयुक्त समय ----- (1)
- सबसे बड़ा प्रेरक मनु (1)
- सभ्यता (1)
- समस्या को पहले समझो (1)
- समस्या से उपर उठो (1)
- सम्पति और समय (1)
- संसार (1)
- संसार में समय को बहुमूल्य संपदा माना गया हैन (1)
- सही raah (1)
- सात क़ा रहस्य (1)
- साधना शिविर मनाली (1)
- सीखिए (1)
- सीखिए: (1)
- सुख अच्छा लगता है (1)
- सुख और दुःख (1)
- सूचना (1)
- सेवा (1)
- सोते समय मन को (1)
- स्वर्ग नरक (1)
- स्वर्ग नरक भगवान् ने नहीं बनाए (1)
- हम जो संक्षिप्त मार्ग ढ़ूढ़ रहे (1)
- हमारी रचनात्मक (1)
- हमारे कर्म हे उलझन हें (1)
- हमारे जीवन में विचारों की शक्ति (1)
- हमारे जीवन में विचारों की शक्ति का बडा मूल्य है (1)
- हमें अश्रद्धा (1)
- हर दिन नया उपहार लेकर आता (1)
- हर दिन नया उपहार लेकर आता है (1)
- हर भक्त की पुकार अपने सद्गुरुजी (1)
- हर शुभ कार्य प्रारभ करने से पूर्व कठिन प्रतीत होता हे (1)
- हंसी दुखों को दूर (1)
- हाथों से कर्म करने की (1)