disciple of Sudhanshuji Maharaj
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Monday, July 30, 2012
आज का विचार - 7/25/12
From: Praveen Verma
कोई भी अच्छी आदत एक दिन में नहीं बनती, इसी तरह से आदतों का सुधार भी एक दिन में नहीं हो सकता। लगातार प्रयास करो।
You cannot form a habit by performing an action once. Similarly, you cannot improve a habit in a day.
You must practice continuously to form habits and perfect them.
Humble Devotee
Thursday, July 26, 2012
अपने हिस्से का दुःख तो सहना
हर व्यक्ति को अपने हिस्से का दुःख तो सहना ही पड़ेगा मनुष्य दुःख से बचने .के लिए अनेक प्रकार की वस्तुओं जैसे धागा,,ताबीज इत्यादि बांधते हैं लेकिन क्यों?? ऐसा करने से क्या तुम्हारे हिस्से का दुःख दूर होगा?? कभी नहीं...सुख--दुःख में अपने मन को एक रंग में रंगना सीखो..परमात्मा से प्रार्थना करनी चाहिए कि मुझे इतनी शक्ति दो कि मैं दुःख झेल सकूँ उनका ख़ुशी से सामना कर सकूँ..सुधांशुजी महाराज
Wednesday, July 25, 2012
आज का विचार - 7/24/12
From: Praveen Verma
यदि किसी का प्रिय कार्य कर दिया है तो उसके सम्बन्ध में मौन रहो और यदि किसी ने तुम्हारा उपकार किया है तो उसे सबके सामने प्रकट करते रहो।
If you do any task which is dear to someone, remain quiet about it. And if someone does something good for you,
you must acknowledge that in front of everyone.
Tuesday, July 24, 2012
आज का जीवन सूत्र २४ -७-१२-
Sunday, July 22, 2012
Friday, July 20, 2012
: आज का विचार - 7/13/12
From: Praveen Verma
संग्रह के रोग को छोडकर भगवान की ओर जाने का प्रयास करें । उसकी कृपा मिल गई तो समझो सब कुछ मिल गया।
Try to move towards God instead of hoarding onto material things. Once you have HIS grace, you have everything.
Humble Devotee
आज का विचार - 7/14/12
From: Praveen Verma
जो कुछ आप बनना चाहते हैं, उसका सपना देखो खुली आँखों से।
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
Dream about whoever you want to be, with your eyes wide open. Humble Devotee |
आज का विचार - 7/16/12
From: Praveen Verma
कोई भी काम करो, पूरी तरह डूब जाओ उसमें । यह कर सको तो दुनिया में जरूर सफ़ल होगें ।
Get deeply absorbed in whatever you do. If you can achieve this, success is guaranteed in this world.
Humble Devotee
आज का विचार - 7/18/12
From: Praveen Verma
कितनी भी बुरी स्थिति हो, दुःख की घड़ी हो, लेकिन अपनी मुस्कराहट नही छोड़ना।
No matter how bad the situation is or how much you are suffering, don't forget to smile.
Humble Devotee
Tuesday, July 17, 2012
Fwd: [AMRIT VANI] 7/17/2012 09:59:00 AM
From: Madan Gopal Garga <mggarga@gmail.com>
Date: 2012/7/17
Subject: [AMRIT VANI] 7/17/2012 09:59:00 AM
To: mggarga@gmail.com
--
Madan Gopal Garga द्वारा AMRIT VANI के लिए 7/17/2012 09:59:00 AM को पोस्ट किया गया
Thursday, July 12, 2012
आज का विचार - 10/7/12
From: Praveen Verma
श्रेष्ठतम कार्य करने के लिए ईश्वर ने तुम्हें इस दुनियाँ में भेजा है।
Humble Devotee
Sunday, July 8, 2012
आज का विचार - 7/7/12
From: Praveen Verma
जीवन में जो नहीं है सिर्फ़ उसी को न देखते रहो, जो है उस के प्रति ध्यान रखकर खुशी मनाओ।
Do not keep looking for what you do not have in your life. Be happy with what you have.
Humble Devotee
आज का जीवन सूत्र ८ /७/१२
Saturday, July 7, 2012
आज का जीवन सूत्र ७/७/१२
Wednesday, July 4, 2012
आज का जीवन सूत्र ४-७-२०१२
Tuesday, July 3, 2012
कुछ लिंक है गुरु का चालीसा गुरु वंदना
From: Madan Gopal Garga <mggarga@gmail.com>
Date: 2012/7/3
Subject:
To:
Monday, July 2, 2012
Fwd: आज का विचार - 1/7/12
From: Praveen Verma
पूरी कोशिश में लग जाएं कि जब भी दूसरे से बातचीत करो तो ध्यान रखें कि सबके अन्दर वही प्रभु है।
During your conversations with others, whole heartedly remember that God exists in everyone.
Humble Devotee
: आज का विचार 02/7/12
From: Praveen Verma
दूसरा कोई तारीफ़ करे न करे, अगर आप अपने काम से सन्तुष्ट हैं तो अपने आप को खुद शाबाशी दो और आगे बढ़ो तो आपका कल्याण होगा ही होगा।
Regardless of whether or not you are praised, as long as you are satisfied with your own work,
appreciate yourself and move forward to ensure your happiness.
Humble Devotee
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- इस धरती को अगर रहने के काबिल बनाना चाहते होन (1)
- इंसान की व्यवस्थायें बहुत अच्छी हो सकती हैं (1)
- इंसान पदार्थो का बहुत महत्व मानने लग जाता है (1)
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- उलझाना (1)
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- कर्म (1)
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- कर्म और भाग्य दोनो अलग अलग हें (1)
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- खुश रहो (1)
- खुशबू (1)
- खुशियों हमेशा बूँदों की तरह बरसती हैं (1)
- खुशी (1)
- खुशी और कमाई एक दुसरे से जुड़े (1)
- गणेश महालक्ष्मी महायागा 2008 (1)
- गलती (1)
- गीता (1)
- गुरु (1)
- गुरु का पत्र अपने प्यारों के नाम (1)
- गुरु के प्यारों के आनन्द का पर्व ----"-उल्लास पर्व " समारोह २०११ (1)
- गुरु को संभाल लो तो गोविन्द भी (1)
- गुरु को संभाल लो तो गोविन्दअमृतवाणी (1)
- गुरु जी बाग़ से बैठे हुए (1)
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- गुरु ज्ञान वाटिका के पुष्प (1)
- गुरु ज्ञान-वाटिका के सुन्दर सुमन (1)
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- गुरुदेव जीवन में सात्विक भाव जगाने के लिए क्या क... (1)
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- गुरुपूर्णिमा महोत्सव के देशव्यापी कार्यकर्म (1)
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- गृहस्थ आश्रम के ३१ वर्ष सम्पन्न होने पर बधाई (1)
- घर पर आये अतिथि का स्वागत करना (1)
- घृणा को प्रेम से और (1)
- चकोर को चैन मिलता है (1)
- चार चीज याद रखो (1)
- चिंतन (1)
- चिंता (1)
- चिंता को चबा लेना नहीं तो (1)
- चिंता से चिंतन की (1)
- चिंता से चिंतन की और (1)
- चित्त एक सरोवर (1)
- जग (1)
- जन्म देने वाले मालिक (1)
- जब आपके पास सही विचार हैं (1)
- जब कभी संकट की बेला (1)
- जब जीवन मैं (1)
- जब तक आदर्श विचारों में (1)
- जब भी बोलो यह सोच के बोलो (1)
- जब मन में सन्तुष्टी हो (1)
- जब संसार की वासनाओं का (1)
- जब हम कर्म के फल की कामना (1)
- जहां भी त्याग की भावना (1)
- जहाँ विराटता की थोड़ी-सी भी (1)
- जागो (1)
- जिज्ञासा प्रारंभ में परमात्मा ने हमको दी णी (1)
- जिज्ञासु :-गुरुदेव जब भी भक्ति मैं बैठता हूँ तो मन. (1)
- जिज्ञासु :-पूज्य गुरूदेव : अगर भाग्य के (1)
- जिज्ञासु :-पूज्य गुरूदेव : साधारण जीवन में परमात्म (1)
- जिंदगी (1)
- जिंदगी के हर मोड़ पर काम आने वाली (1)
- जिंदगी को (1)
- ज़िन्दगी के पन्ने पर कुछ ऐसा लिख जा (1)
- जिन्दगी के प्रत्येक कर्म (1)
- जिन्दगी को ऐक खेल बनाओ (1)
- जिन्दगी वक्त के रूप (1)
- जिस समय तुम संसार में उलझ (1)
- जिसके पास धैर्य है (1)
- जिसमें संतुलन है उसके अन्दर प्रसन्नता है (1)
- जीना मरना (1)
- जीने की समझ (1)
- जीभ (1)
- जीवन (1)
- जीवन की दिशा बदल (1)
- जीवन की दौड़ मैं गिरना बुरी आदत नहीं (1)
- जीवन की वाटिका (1)
- जीवन की सम्पूर्णता है आनन्द (1)
- जीवन के लिए तीन चीजें जरुरी हैं (1)
- जीवन जीने की अनुपम विधा है (1)
- जीवन में जरुरी (1)
- जीवन में पुरुषार्थ को महत्व दें या प्रारब्ध (1)
- जीवन में पुरुषार्थ को महत्व दें या प्रारब्ध को (1)
- जीवन में श्रेष्ठ को जान (1)
- जीवन में सब तरह के रंग (1)
- जीवन रुपी रस्सी को नाव से खोलोगे (1)
- जीवन संगीत (1)
- जीवन स्वर्ण से नहीं खरीदा जा सकता (1)
- जुआ (1)
- जुआ सुख (1)
- जैसे आँखों में मोतियाबिंद (1)
- जैसे दिन को सजाता है (1)
- जैसे भेड़ों का झुंड चलता है (1)
- जैसे सोना अग्नि में पड़कर (1)
- जो आज वर्तमान है (2)
- जो तुम्हारे पास नहीं (1)
- जो परम तत्त्व हमारे अंतर में बसा हुआ है (2)
- जो बीत गया सो बीत गया (1)
- जो भी रोजी रोटी कमाने का रास्ता (1)
- ज्ञानोदय (1)
- झूंट (1)
- तप से (1)
- तीर्थ आपके अदंर हें (1)
- तू-तू (1)
- त्याग कारो तृष्णा का (1)
- दया धर्म का मूल हे (1)
- दिया (1)
- दिया जला नहीं सकते (1)
- दिया जला नहीं सकते तो (1)
- दुःख -सुख (1)
- दुःख की लकीरे मन को दबाने लगे तो (1)
- दुनिया की आँखों में धूल (1)
- दुनिया की पुरानी रीत (1)
- दुनिया में जहाँ विनम्रता से कार्य (1)
- दुनिया में भगवान को चाहने वाले कम हे... (1)
- दुर्भाग्य (1)
- दूर की दर्ष्टि रखना जीवन एक महान गुण हे (1)
- दूसरों के दोष ढूंढने में अपनी शक्ति (1)
- दूसरों को चोट पहुँचाने (1)
- दोष (1)
- द्रढ निश्चय (1)
- द्वंद (1)
- धन (1)
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- धन मिल भी जाए तो (1)
- धन साधन हें साध्य नहीं (1)
- धन्यवाद (1)
- धर्म (3)
- धर्म की कसौटी (1)
- धेर्य बहुत बड़ा गुण हे (1)
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- न तो संसार मैं (1)
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- परमात्मा की कृपा सहज ही कैसे होती हैं (1)
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- प्रार्थना का मतलब हें धन्यवाद करना (1)
- प्रार्थना का मतलब हें धन्यवाद करना और (1)
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- मुस्कराने से खुशियां आपके आस पास (1)
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- में-में की लड़ाई से कैसे बचें (1)
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- यह जीवन छुरे (1)
- याद रखिए अगर भय है (1)
- रक्षा करो प्रेम (1)
- रहने का तरीका (1)
- राख को तो चीं (1)
- रोज यह सोचो की (1)
- लक्ष्य (1)
- लड़ाई (1)
- लापरवाही (1)
- लालच (1)
- वह इंसान महान है जो अपने नियम और मर्यादा (1)
- वहा ये बात प्रमुख हे कि.... (1)
- वाणी मैं अनर्थ (1)
- विद्यार्थियों के लिए धर्म का सूत्र (1)
- विद्यार्थियों के लिए धर्म के सूत्र (1)
- विपरीत समय में दुनिया (1)
- विराट सत्संग उल्ल्हासनगर (1)
- विराट भक्ति सत्संग (1)
- विराट भक्ति सत्संग् (1)
- विराटता (1)
- विश्वास (1)
- वे माता पिता अपनी (1)
- वेद (1)
- शांत मस्तिष्क ही सही (1)
- शान्ति (1)
- शान्ति एव सौहार्द की प्रतिमूर्ति हैं सदगुरु (1)
- शिव जी की प्रार्थना (1)
- शिवजी के १०८ नाम (1)
- शुभ कर्म (1)
- शुभ का स्वागत करो (1)
- श्री गणपति भगवान (1)
- सज्जनता (1)
- सत्कर्म (1)
- सत्संग और स्वाध्याय (1)
- सदगुरु की अमृत वाणी (1)
- सदगुरु के अनमोल बोल (1)
- सदगुरु चालीसा (1)
- सन्तान कौन सी अच्छी है (1)
- सफ़र (1)
- सफ़लता के मार्ग पर (1)
- सफलता यात्रा हे लक्ष्य (1)
- सब कुछ खो जाए (2)
- सबसे उपयुक्त समय ----- (1)
- सबसे बड़ा प्रेरक मनु (1)
- सभ्यता (1)
- समस्या को पहले समझो (1)
- समस्या से उपर उठो (1)
- सम्पति और समय (1)
- संसार (1)
- संसार में समय को बहुमूल्य संपदा माना गया हैन (1)
- सही raah (1)
- सात क़ा रहस्य (1)
- साधना शिविर मनाली (1)
- सीखिए (1)
- सीखिए: (1)
- सुख अच्छा लगता है (1)
- सुख और दुःख (1)
- सूचना (1)
- सेवा (1)
- सोते समय मन को (1)
- स्वर्ग नरक (1)
- स्वर्ग नरक भगवान् ने नहीं बनाए (1)
- हम जो संक्षिप्त मार्ग ढ़ूढ़ रहे (1)
- हमारी रचनात्मक (1)
- हमारे कर्म हे उलझन हें (1)
- हमारे जीवन में विचारों की शक्ति (1)
- हमारे जीवन में विचारों की शक्ति का बडा मूल्य है (1)
- हमें अश्रद्धा (1)
- हर दिन नया उपहार लेकर आता (1)
- हर दिन नया उपहार लेकर आता है (1)
- हर भक्त की पुकार अपने सद्गुरुजी (1)
- हर शुभ कार्य प्रारभ करने से पूर्व कठिन प्रतीत होता हे (1)
- हंसी दुखों को दूर (1)
- हाथों से कर्म करने की (1)