- मन अर्पित करो भगवान को ,मन्दिर जाओ तो मन सहित जाओ !
- परम पूज्य सुधांशुजी महाराज !
- संग्रह कर्ता श्रीमति राज गर्ग !
disciple of Sudhanshuji Maharaj
WELCOME
WELCOME TO THIS BLOG
PLEASE VISIT UPTO END OF THIS BLOG
PLEASE VISIT UPTO END OF THIS BLOG
please visit this group
Subscribe to Vishwa Jagriti mission |
Visit this group |
AdSense code
Blog Archive
- ► 2015 (291)
- ► 2014 (561)
- ► 2013 (420)
- ► 2012 (585)
- ► 2011 (482)
About Me
Sunday, May 31, 2009
मन
निचे न गिरें
- " हम अपनी मनुष्यता से नीचे गिर जाएँ, यह हमारी हार हें । हम अपनी मनुष्यता से देवत्व की ओर बढ जाएँ, यहहमारी जीत हें । उस जीत को प्राप्त कर लेना हमारा कर्तव्य हें ।"
- परम पूज्य सुधांशु जी महाराज
- "Our defeat is when we stoop below the aggregate of human qualities and our triumph is when we move forward towards divinity। To achieve that Triumph or Victory is what ought to be done"
- His Holiness Shree Sudhanshuji महाराज
- Humble Devotee
- Praveen Verma
Saturday, May 30, 2009
Friday, May 29, 2009
Thursday, May 28, 2009
प्रथ्वी
hanumanchalisa
ll Doha ll
Shri Guru Charana Saroj Raja, Nija Mana Mukura Sudhaar l
Baranou Raghubara Bimala Jasu, Jo Daayaku Phala Chaar ll
Buddhi Heena Tanujaanike ,Sumeero Pawana Kumaar l
Bala Buddhi Vidhya Dehu Mohi, Harahu Kalesha Vikaar ll
ll Chaupai ll
Jai Hanuman Gyana Gunasagara, Jai Kapeesa Tihu Loka Ujaagara
Rama Doota Atulita Baladhaamaa, Anjanee Putra Pawanasuta Naama
Mahabir Bikram Bajarangee, Kumatee Nivaara Sumatee Ke Sangee
Kanchana Barana Biraaja Subesha ,Kanana Kundala Kunchita Kesha
Haatha Vajra Aur Dhwajaa Birajay, Kaandhe Moonj Janeun Saaje
Shankara Suvana Kesaree Nandana,Teja Pratapa Maha Jaga Vandana
Vidya Vaana Gunee Aati Chatur, Ramakaja Kareebe Ko Aatur
Prabhu Charitra Suneebe Ko Rasiya,Rama Lakhana Seeta Mana Basiya
Suukshmaroopadhari Siyahi Dikhava,Vikataroopadhari Lanka Jarawaa
Bhima Roopa Dharee Asura Sanhaare, Ramachandra Ke Kaaja Sanwaare
Laaye Sanjeevan Lakhana Jiyaye, Shri Raghubeera Harasheeura Laaye
Raghupatee Keenhi Bahuta Badaayii,Tum Mam Priya Bharata Sama Bhayee
Sahas Badan Tumharo Jas Gave, Asa Kahe Shreepathee Kantha Lagaave
Sanaka Dik Brahma Dee Muneesa, Narada Sharada Sahita Aheesa
Yama Kubera Digapaala Jahan The, Kavi Kovida Kahee Sakay Kahan The
Tum Upakaara Sugreevaheen Keenha, Rama Milaaya Rajapada Deenha
Tumharo Mantra Vibheeshana Maanaa,Lankeshwara Bhaye Saba Jaga Jaanaa
Juga Sahastra Yojana Par Bhanu ,Leelyo Taahi Madhura Phala Jaanu
Prabhu Mudrika Meli Mukha Mayee, Jaladhi Laanghee Gaye Acharaj Nahee
Durgama Kaaja Jagatke Jethe, Sugama Anugraha Tumhare Tete
Rama Duaare Tuma Rakhawaale, Hota Na Aagyan Bina Paysaare
Sab Sukh Lahai Tumhari Sarana, Tum Rakshak Kahoo Ko Darna
Aapan Tej Samhaarao Aape, Teeno Lok Haankate Kaapein
Bhoota Pishaacha Nikata Nahee Aawe, Mahabeera Jaba Naama Sunaavay
Naashai Roga Hare Sab Peera, Japata Nirantara Hanumatha Beera
Sankat Se Hanuman Chodave, Man Krama Bachana Dhyan Jo Laave
Sab Para Raama Tapasvi Raja, Tinake Kaaja Sakal Tum Saaja
Aur Manoratha Jo Koyee Laave, Soyee Amitha Jeevan Phala Paave
Charahu Yuga Parataapa Tumhara, Hai Parasiddha Jagata Ujiyaaraa
Sadhoo Sant Ke Tuma Rakhwaale, Asura Nikandana Raama Dulare
Ashta Siddhi Nava Nidhi Ke Daataa, Asabara Deena Jaankee Maataa
Rama Rasayan Tumhare Paasaa, Sadha Raho Raghupathee Ke Daasaa
Tumhare Bhajan Ram Ko Paave, Janma Janma Ke Dukha Bisaraave
Antha Kaal Raghupatee Pura Jaayee,Jahaa Janma Hari Bhakta Kahayee
Aur Devatha Chit Na Dharayee, Hanumatha Seyi Sarva Sukha Karayee
Sankata Kate Mite Sab Peera , Jo Sumeere Hanumatha Bala Beera
Jai Jai Jai Hanuman Gosai, Kripa Karahu Gurudeva Kee Naayee
Yah Shata Baar Paatha Kara Joyee, Chutahee Bandhee Maha Sukha Hoyi
Jo Yaha Pade Hanuman Chaleesa, Hoye Siddhi Saakhee Goureesa
Tulasidasa Sada Hari Chera, Keejay Naatha Hridaya Maha Dera
ll Doha ll
Pawana Tanaya Sankat Harana, Mangala Muuratee Rupa l
Rama Lakhana Seeta Sahita, Hridaya Basahu Sura Bhoop ll
Tuesday, May 26, 2009
सन्तान कौन सी अच्छी है
- सन्तान कौन सी अच्छी है ?
- जो माता पिता की आज्ञा माने और उनकी सेवा करे !
- शिष्य कौन सा अच्छा है ?
- जो सदगुरु का आदेश माने
- आचार्य सुधांशु जी महाराज
प्रार्थना का मतलब हें धन्यवाद करना
प्रार्थना
- "प्रार्थना का मतलब हें धन्यवाद करना और उस प्रभु में अटूट विश्वास रखना। प्रार्थना में उसकी कृपा माँगिए, संसारिक वस्तुओं की सूची बनाकर उसके सामने मत रखें। वह कृपा करे तो बिन मँगे बहुत कुछ देता हें"।
परम पूज्य सुधाशुंजी महाराज
--
Posted By Madan Gopal Garga to GURUVANNI at 5/26/2009 05:03:00 AM
प्रार्थना का मतलब हें धन्यवाद करना और
Monday, May 25, 2009
कर्ण कौन सा श्रेष्ट है ?
अमृतवाणी
- कर्ण कौन सा श्रेष्ट है ?
- जो केवल प्रभू की वाणी सुने !
- संगति कौन सी उत्तम है ?
- जहाँ प्रभू चर्चा जो !
--
Posted By Madan Gopal Garga to GURUVANNI at 5/23/2009 03:59:00 PM
Sunday, May 24, 2009
सूचना
सूचना
- BECOME MEMBER OF ANAND DHAM FORMS AVAILABLE ON THIS SITE
- दीक्षित गुरुभक्तों एवं श्रद्धालुँजनों के लिए अति आवश्यक सूचना
- सदगुरुदेव पूज्य सुधांशुजी महाराज के प्रति श्रद्घा -आस्था से भरे प्रिय भक्त बन्धुओं सम्पूर्ण विश्व में करोड़ों भक्तों के प्रिय सुधांशु जी महाराज के उदबोधन एवं सरस प्रवचन हर श्रोता के ह्रदय में सीधे ही उतरकर उसे जीवन के प्रति नै द्रष्टि ,नई सोच और सभी समस्याओं के समाधान का मार्ग देते हैं !ऐसे महान संत की अमृतवाणी सुनाने ,उनके दर्शन पाने और उनके सान्निध्य में आयोजन होने वाले आगामी विराट भक्ति सत्संग एंव समय समय पर आयोजित होने वाले एनी सामाजिक कार्यक्रमों की जानकारी घर बैठे नि:शुल्क प्राप्त करने हेतू कृपया अपना विवरण आज hee ईमेल या पत्र द्वारा अवश्य भेजें ! महाराजश्री से दीक्षित शिष्यों के लिए यह सूचना भेजना अनिवार्य है !
- नाम ------------------पता ----------------इमेल --------------------------(इमेल देना अनिवार्य हे !यदि आपके पास अपना इ मेल न हो तो अपने बेटे या बेटी या परिवार के किसी अन्य सदस्य का भी दे सकते हें जिससे आपको सूचना मिल सक्के )!
- महाराजश्री से दीक्षा ली हे या नहीं ! यदि हाँ तो कब और कहाँ ली ?--------------------------
- मिशन के किस मंडल से जुड़े हें ?------------------------------------------
- आप यह सब जानकारी हमें निम्नलिखित इ मेल पर अथवा पते पर दें :-
- Email; katariadevaraj@gmail.com
- पता : देवराज कटारिया -महामंत्री ,विश्व जाग्रति मिशन ,
- आनंदधाम ,वक्कार्वाला मार्ग नांगलोई ,नजफगढ़ रोड दिल्ली -41
- निवेदक :देवराज कटारिया
--
Posted By Madan Gopal Garga to ANANDDHAM.ORG at 5/24/2009 08:44:00 AM
Saturday, May 23, 2009
अमृतवाणी
- कर्ण कौन सा श्रेष्ट है ?
- जो केवल प्रभू की वाणी सुने !
- संगति कौन सी उत्तम है ?
- जहाँ प्रभू चर्चा जो !
Wednesday, May 20, 2009
साधना शिविर मनाली
साधना शिविर मनाली
- सिद्धसंत परमपूज्य सदगुरु
श्री सुधांशुजी महाराज
के पावन सानिध्य में
देव भूमि मनाली ,हिमाचल प्रदेश स्थित साधनाधाम आश्रम में
ध्यान - साधना शिविर
द्वितीय शिविर :-दिनांक 5 से 8-जून ,2009
सदगुरुदेव के चरणों ,में बैठकर ,अतल ,गहराईयों ,में ,उतरकर
देवी,अनुभूतियों को ,प्राप्त ,करने का स्वर्णिय अवसर
विस्तृत जानकारी हेतु सम्पर्क सूत्र :श्री आदेश गुप्ता --9311534556
आयोजक :आनन्दधाम
163-164,ग्राउण्ड फलोर ,पाकेट -सी-1,सेकटर -11 ,रोहिणी
दिल्ली -85 दूरभाष -27574030
जीवन सचेतना मई 2009
धर्म की कसौटी
धर्म
- व्यक्ति कोई भी कार्य करे , उसका परिणाम जरुर सोचे -यही धर्म की कसौटी है !
--
Posted By Madan Gopal Garga to GURUVANNI at 5/20/2009 04:55:00 AM
Tuesday, May 19, 2009
ammritvani
ammritvani
- अच्छा हे वह लोभ
- जो इशभक्ति की और खींचे !
- अच्छा हे वह मोह
- जो गीता का ज्ञान उत्पन्न करे !
- परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
Wednesday, May 13, 2009
पुण्यरूपी हाथ कौन सा हे ?
- पुण्यरूपी हाथ कौन सा हे ?
- जो दूसरों की सेवा करे !
- आँख कौन सी अच्छी हे ?
- जो अच्छा देखे !
- जिह्वा कौन सी ठीक हे ?
- जो सत्य और मधुर बोले !
Guru Purnimaa Satsang at Pune
Guru Purnimaa Satsang at Pune
- Guru Purnimaa Satsang at Pune
- 12-06-09 from 5-00 to 7-30 pm
- Guru Darshan on 13-06-09 from 9-00 to 10-00am
- From 10-00 am onward Shri Guru Puja and Ashirvachan on 13 -06-09
- venue Shinde High school ground ,Sahakarnagar Pune
- Contact Person
- 1-Shri Ghanshyam zawar 09422307190
- 2-Shri Harish Thakwani 09823015107
- 3-Shri Jaikishan jindal 09850408319
- 4-Shri Nischit Dharak 09870402010
- 5-shri Madan Gopal Garga 0 9819101127
कौन है ?
- सुसंस्कारित कौन हे ?
- जो पहले दूसरों के बारे में सोचे और उनके लिए कर्म करे ,बाद में अपना सोचे और करे !
कौन हे ?
- कौन हे ?
• दीन कौन हे ?
-- जिसने मानव तन पाने के बाद भी भग्वान को याद नहीं किया !
• निर्मल ह्रदय कौन हे ?
--किसी गरीब ,मजबूर ,लाचार को देखकर जिसका दिल पिघल जाता हे और वह उसकी सहायता करता हे !
Tuesday, May 12, 2009
Saturday, May 9, 2009
परमात्मा
प्रार्थना
- Subject: प्रार्थना
" हर दिन की शुरूआत हमेशा ही प्रार्थना से जरूर करें और प्रत्येक कार्य को करते समय भी। भले ही आधे मिनट के लिए करें लेकिन प्रार्थना को जीवन का हिस्सा जरूर बनाऐ।
क्योंकि प्रार्थना करते हुए आप अकेले नहीं रह जाते, आपके कार्यों में भगवान की भी क्रिपाऐ
साथ जुड जाती हें ।"
परम पूज्य सुधाँशु जी महाराज
"You must always start your day with prayer and also while doing any work. Even though it can be for half a minute but prayer should be an important part of life. Because while praying you are not left alone, you have God's grace with you"
His Holiness Sudhanshuji Maharaj
HumbleDevotee
Praveen Verma
Tuesday, May 5, 2009
अपने अन्दर से कभी कम होने मत देना
Monday, May 4, 2009
Subscribe to:
Posts (Atom)
Labels
- -** सत्संग जीवन के लिए संजीवनी (1)
- : Link for Akash Wani Interview (1)
- : असमर्थता (1)
- : ऐसे न खर्च करना की (1)
- : जिसने भी भगवान के (1)
- : प्रश्न उत्तर (1)
- : सदगुरुदेव की आरती (1)
- : हमारे जीवन में विचारों की (1)
- . (1)
- ] प्रसन्न रहने का स्वभाव बनाओ (1)
- ** दिन में कम से कम एक बार घर के (1)
- १. कमजोर मनशक्ति ही अंधविश्वास (1)
- 108 name of shivji (1)
- 20th aniversar... (1)
- 24 घंटे में 24 मिनिट (1)
- aapko dukh main (1)
- abundance (1)
- address (1)
- Agar aap Line main sabse piche ho to bhi chinta... (1)
- ammritvani (1)
- Amrit Vani (1)
- AMRIT VANI Good thaughts by Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj] प्रेम (1)
- AMRIT VANI Good thoughts by Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj ammritvanni (1)
- AMRIT VANI Good thoughts by Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj] अमृत वाणी (1)
- AMRIT VANI Good thoughts by Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj] धेर्य (1)
- AMRIT VANI Good thoughts by Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj] सदगुरु की अमृत ... (1)
- Anand Dham Forms (1)
- BAHUT TAREEF KARTI H Y KALIYA (1)
- bhaagya kyaa hai (1)
- bure shabdh (1)
- chakra (1)
- DirectLive Telecast (1)
- future progarrammes of Guruji (1)
- Good news (1)
- GURU GEETA (1)
- Guru Purnimaa Satsang at Pune (1)
- GURU VATIKA SE CHUNE PHOOL-Good thoughts by SUDHANSHUJI Maharaj] माफी (1)
- Guruji aagami programe (1)
- Guruji aagami programes (1)
- guruji ke agami programm may to 15 october2011 (1)
- GURUVANNI सफ़र (1)
- Guruvar ka agaami progm (1)
- Guruvar ka Jaipore progmm (1)
- guruvar ki shubh kamanay (1)
- hanumanchalisa (1)
- happy new year (1)
- http://ichchaapurtimandir.blogspot.com (1)
- Ignorance (1)
- insaan (1)
- jeevan sanchetana (1)
- jigyasa aur samadhan पुज्य गुरुदेव ब्रह्मज्ञान क़ा मार्ग क्या हे (1)
- jigyasa aur samadhan: आज की युवा शक्ति जोकि भौतिक चकाचौंध (1)
- jigyasa aur samadhan: पूज्य गुरूदेव मेरे घर में मैं मेरी पत्नी और मेरा ब. (1)
- jigyasa aur samadhan: मन से अशान्ति नहीं जाती (1)
- jo suyan achha (1)
- jo svayn (1)
- join Deciples-of-Sudhanshujimaharaj (1)
- joinDeciples-of-Sudhanshujimaharaj (1)
- karm (1)
- Kathinaaiyan dekhkar (1)
- khudhi (1)
- khushi (1)
- kmart (1)
- krodh (1)
- Life is about correcting mistakes (1)
- LIVE Satsang (1)
- lobh (1)
- man ki tathasthatha (1)
- Manali Sadhna shiver (1)
- Media khabar dikhaye na ki khabar banaye (1)
- MIRA BHY SATSANG PHOTOS (1)
- Mom DAD ka Paigaam (1)
- New photo album: Acharye Sudhanshuji Maharaj Pic... (1)
- No.1691 आज का गुरु संदेश 25-6-2013भाग्य आपको (1)
- our enemies (1)
- Pamphlet Thane (1)
- Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj ki AMRIT VANI] तर्क और प्यार (1)
- Param Pujya Gurudev Shri Sudhanshuji Mahar... (1)
- Param Pujya Sudhanshu Ji Maharaj Fw: नव वर्ष की शुभ काम्नाएं (1)
- Pavitra Poojari (1)
- photographs are of Ganesh Laxmi Maha Yagya2008.- (1)
- Poornima Satsang (1)
- pujya guruji (1)
- REVISED MUMBAI SATSANG PROGRAMME (1)
- SADGURU CHALISA (2)
- send me tha detail of maharaj ji. (1)
- souvenier order form (1)
- strong desire (1)
- sudhanshuji maharaj at bhilai steel plant (1)
- Swaman (1)
- Swami Vivekanand Says (1)
- tap (1)
- teevr ichchhaa (1)
- ULLAS PARVA (1)
- vaani (1)
- vichar (1)
- vicharniya (1)
- virat satsang at Ullhasnagar (1)
- we need (1)
- youtube (1)
- अगर आप सबका भला चाहोगे तो (1)
- अगर घर में प्रेम (1)
- अंग्रेजी में प्रेरणा को इंस्पायर कहते हे (1)
- अचल (1)
- अति विशवास किसी (1)
- अदंर की मजबूती (1)
- अंधेरे से बाहर आने की (1)
- अध्यात्मिकता (1)
- अनमोल बातें (1)
- अनमोल वचन (1)
- अनुभूति (1)
- अनुशासन (1)
- अपनी अहंकारात्मक चेतना से ब्रह्म के (1)
- अपनी कमजोरियो पर विजय (1)
- अपनी महानता को स्वयं समझो (1)
- अपनी मूलभूत शक्तियों को (1)
- अपनी समृद्धि के विस्तार (1)
- अपने अन्दर से कभी कम होने मत देना (1)
- अपने आप को संभालना (1)
- अपने कर्म पर और अपने भगवान पर भरोसा रखिए (1)
- अपने हिस्से का दुःख तो सहना (1)
- अमूल्य बातें (1)
- अमृत वचन (1)
- अमृत वाणी (1)
- अमृतवाणी (1)
- अमृतवानी (1)
- अम्रित वाणी (1)
- अविश्वास और वैर (1)
- असफलता की चट्टान (1)
- आज का जीवन सूत्र २८ - ७ -११ (1)
- आज अध्यात्म की (1)
- आज का काम (1)
- आज का काम भलीभान्ति (1)
- आज का काम भलीभान्ति पूरा (2)
- आज का गुरु संदेश 1-7-13-किसी ने सच कहा है (1)
- आज का गुरु संदेश 10-7-13-बड़े से बड़े संकट मैं (1)
- आज का गुरु संदेश 26-6-2013---आपका वास्तविक रूप (1)
- आज का गुरु संदेश 27-6-2013-जो दिन बीत (1)
- आज का गुरु संदेश 4-7-13 (1)
- आज का गुरु संदेश 5-7-13-फूल बन कर (2)
- आज का गुरु संदेश 6-7-13-अपना रोज (1)
- आज का गुरु संदेश 7-7-13-भगवान इतना (1)
- आज का गुरु संदेश 8-7-13-शूल को जो फूल (1)
- आज का गुरु संदेश9-7-13-मनुष्य की आदत है (1)
- आज का जीवन सूत्र ११-४-१२ (1)
- आज का जीवन सूत्र 2-8-13-सदगुरु अपनी वाणी (1)
- आज का जीवन सूत्र २९-७-११ (1)
- आज का जीवन सूत्र ३-८-११ (1)
- आज का जीवन सूत्र 30-7-11 (1)
- आज का जीवन सूत्र ४-३-२०१२ (1)
- आज का जीवन सूत्र-10-4-2011 (1)
- आज का जीवन सूत्र-11-4-2011 (1)
- आज का जीवन सूत्र-12-4-2011 (1)
- आज का जीवन सूत्र-13-4-2011 (1)
- आज का जीवन सूत्र-14-4-2011 (1)
- आज का जीवन सूत्र-१६-१-२०१२ (1)
- आज का जीवन सूत्र-18-4-2011 (1)
- आज का जीवन सूत्र-19-4-2011 (1)
- आज का जीवन सूत्र-22-4-2011 (1)
- आज का जीवन सूत्र-24-4-2011 (1)
- आज का जीवन सूत्र-8-4-2011 (1)
- आज का जीवन सूत्र-9-4-2011 (1)
- आज का विचार - 1/5/12 (1)
- आज का विचार - 17/3/12 (1)
- आज का विचार - 28/4/12 (1)
- आज का विचार--गुरु के मुख से (1)
- आज की गुरुवाणी 10-5-2012 (1)
- आज की गुरुवाणी 11-5-2012 (1)
- आज की गुरुवाणी 4-5-2012 (1)
- आज जो अवसर (1)
- आज से जिन्दगी को (1)
- आत्मा (1)
- आदमी का अन्तःकरण स्वच्छ होना चाहिए (1)
- आदमी क्या हे (1)
- आनंद (1)
- आनंद धाम (1)
- आपका धन कम (1)
- आपका वास्तविक रूप है (1)
- आपके द्वारा जितने लोग दुनिया में अच्छाई पर चलते जायेंगे (1)
- आशंकायें तरह (1)
- आस्तिक इंसान वो है जो (1)
- इस धरती को अगर रहने के काबिल बनाना चाहते हो (1)
- इस धरती को अगर रहने के काबिल बनाना चाहते होन (1)
- इंसान की व्यवस्थायें बहुत अच्छी हो सकती हैं (1)
- इंसान पदार्थो का बहुत महत्व मानने लग जाता है (1)
- उपयोगी बातें (1)
- उपासना (1)
- उलझन (1)
- उलझाना (1)
- कई कार्य एक साथ (1)
- कड़वाहट (1)
- कभी अपने आपसे भी मिलो बड़ा (1)
- कभी कम होने मत देना (1)
- कमी निकालना (1)
- कर्ण कौन सा श्रेष्ट है ? (1)
- कर्म (1)
- कर्म और भाग्य दोनो (1)
- कर्म और भाग्य दोनो अलग अलग हें (1)
- कानून (1)
- कार्य (1)
- काल (समय) जब अपने (1)
- किसी महान पुरुष के वचन (1)
- कुछ उदबोधन और जागृति के अक्षर (1)
- कौन हे ? (1)
- कौन है ? (1)
- क्रोध (2)
- क्रोधी व्यक्ति अपने (1)
- क्षमा (1)
- खुश रहना (1)
- खुश रहो (1)
- खुशबू (1)
- खुशियों हमेशा बूँदों की तरह बरसती हैं (1)
- खुशी (1)
- खुशी और कमाई एक दुसरे से जुड़े (1)
- गणेश महालक्ष्मी महायागा 2008 (1)
- गलती (1)
- गीता (1)
- गुरु (1)
- गुरु का पत्र अपने प्यारों के नाम (1)
- गुरु के प्यारों के आनन्द का पर्व ----"-उल्लास पर्व " समारोह २०११ (1)
- गुरु को संभाल लो तो गोविन्द भी (1)
- गुरु को संभाल लो तो गोविन्दअमृतवाणी (1)
- गुरु जी बाग़ से बैठे हुए (1)
- गुरु ज्ञान की गंगा (1)
- गुरु ज्ञान वाटिका के पुष्प (1)
- गुरु ज्ञान-वाटिका के सुन्दर सुमन (1)
- गुरु मंत्र (1)
- गुरु वाणी (1)
- गुरु सन्देश उठो (1)
- गुरु सुख का बहता (1)
- गुरुजनों का सदैव सम्मान करें (1)
- गुरुदेव -गुरुमां के ग्रहस्थ प्रवेश (1)
- गुरुदेव जीवन में सात्विक भाव जगाने के लिए क्या क... (1)
- गुरुदेव धर्म के पथ पर चलने का सदेश सभी देते हें (1)
- गुरुपूर्णिमा महोत्सव के देशव्यापी कार्यकर्म (1)
- गुरुवाणी (1)
- गुरुवाणी २७-४-२०१२ (1)
- गृहस्थ आश्रम के ३१ वर्ष सम्पन्न होने पर बधाई (1)
- घर पर आये अतिथि का स्वागत करना (1)
- घृणा को प्रेम से और (1)
- चकोर को चैन मिलता है (1)
- चार चीज याद रखो (1)
- चिंतन (1)
- चिंता (1)
- चिंता को चबा लेना नहीं तो (1)
- चिंता से चिंतन की (1)
- चिंता से चिंतन की और (1)
- चित्त एक सरोवर (1)
- जग (1)
- जन्म देने वाले मालिक (1)
- जब आपके पास सही विचार हैं (1)
- जब कभी संकट की बेला (1)
- जब जीवन मैं (1)
- जब तक आदर्श विचारों में (1)
- जब भी बोलो यह सोच के बोलो (1)
- जब मन में सन्तुष्टी हो (1)
- जब संसार की वासनाओं का (1)
- जब हम कर्म के फल की कामना (1)
- जहां भी त्याग की भावना (1)
- जहाँ विराटता की थोड़ी-सी भी (1)
- जागो (1)
- जिज्ञासा प्रारंभ में परमात्मा ने हमको दी णी (1)
- जिज्ञासु :-गुरुदेव जब भी भक्ति मैं बैठता हूँ तो मन. (1)
- जिज्ञासु :-पूज्य गुरूदेव : अगर भाग्य के (1)
- जिज्ञासु :-पूज्य गुरूदेव : साधारण जीवन में परमात्म (1)
- जिंदगी (1)
- जिंदगी के हर मोड़ पर काम आने वाली (1)
- जिंदगी को (1)
- ज़िन्दगी के पन्ने पर कुछ ऐसा लिख जा (1)
- जिन्दगी के प्रत्येक कर्म (1)
- जिन्दगी को ऐक खेल बनाओ (1)
- जिन्दगी वक्त के रूप (1)
- जिस समय तुम संसार में उलझ (1)
- जिसके पास धैर्य है (1)
- जिसमें संतुलन है उसके अन्दर प्रसन्नता है (1)
- जीना मरना (1)
- जीने की समझ (1)
- जीभ (1)
- जीवन (1)
- जीवन की दिशा बदल (1)
- जीवन की दौड़ मैं गिरना बुरी आदत नहीं (1)
- जीवन की वाटिका (1)
- जीवन की सम्पूर्णता है आनन्द (1)
- जीवन के लिए तीन चीजें जरुरी हैं (1)
- जीवन जीने की अनुपम विधा है (1)
- जीवन में जरुरी (1)
- जीवन में पुरुषार्थ को महत्व दें या प्रारब्ध (1)
- जीवन में पुरुषार्थ को महत्व दें या प्रारब्ध को (1)
- जीवन में श्रेष्ठ को जान (1)
- जीवन में सब तरह के रंग (1)
- जीवन रुपी रस्सी को नाव से खोलोगे (1)
- जीवन संगीत (1)
- जीवन स्वर्ण से नहीं खरीदा जा सकता (1)
- जुआ (1)
- जुआ सुख (1)
- जैसे आँखों में मोतियाबिंद (1)
- जैसे दिन को सजाता है (1)
- जैसे भेड़ों का झुंड चलता है (1)
- जैसे सोना अग्नि में पड़कर (1)
- जो आज वर्तमान है (2)
- जो तुम्हारे पास नहीं (1)
- जो परम तत्त्व हमारे अंतर में बसा हुआ है (2)
- जो बीत गया सो बीत गया (1)
- जो भी रोजी रोटी कमाने का रास्ता (1)
- ज्ञानोदय (1)
- झूंट (1)
- तप से (1)
- तीर्थ आपके अदंर हें (1)
- तू-तू (1)
- त्याग कारो तृष्णा का (1)
- दया धर्म का मूल हे (1)
- दिया (1)
- दिया जला नहीं सकते (1)
- दिया जला नहीं सकते तो (1)
- दुःख -सुख (1)
- दुःख की लकीरे मन को दबाने लगे तो (1)
- दुनिया की आँखों में धूल (1)
- दुनिया की पुरानी रीत (1)
- दुनिया में जहाँ विनम्रता से कार्य (1)
- दुनिया में भगवान को चाहने वाले कम हे... (1)
- दुर्भाग्य (1)
- दूर की दर्ष्टि रखना जीवन एक महान गुण हे (1)
- दूसरों के दोष ढूंढने में अपनी शक्ति (1)
- दूसरों को चोट पहुँचाने (1)
- दोष (1)
- द्रढ निश्चय (1)
- द्वंद (1)
- धन (1)
- धन -ज्ञान (1)
- धन मिल भी जाए तो (1)
- धन साधन हें साध्य नहीं (1)
- धन्यवाद (1)
- धर्म (3)
- धर्म की कसौटी (1)
- धेर्य बहुत बड़ा गुण हे (1)
- न अत्याचार करो न (1)
- न तो संसार मैं (1)
- नया आ रहा है (1)
- नववर्ष के स्वागतार्थ सदगुरु की सदप्रेरणा (1)
- निचे न गिरें (1)
- निराश (1)
- पंछी कभी संग्रह नहीं करते (1)
- परम उद्देश्य (1)
- परमात्मा (1)
- परमात्मा की कृपा सहज ही कैसे होती हैं (1)
- परमात्मा के निमित आप कोई भी कार्य करे (1)
- परिवरतन (1)
- परिस्थितियाँ (1)
- पानी (1)
- पाया है तो (1)
- पारस मणी (1)
- पुण्यरूपी हाथ कौन सा हे ? (1)
- पुरान (1)
- पूज्य महाराजश्री के आगामी कार्यक्रम (अप्रैल २००९ में ) (1)
- पूज्य श्री के मई ०९ के कार्यक्रम (1)
- पूज्य श्री सुधांशुजी महाराज का विनम्र निवेदन (1)
- पूज्यश्री के आगामी कार्यक्रम (1)
- पैसा (1)
- पैसे से आप (1)
- प्रकृति का नियम है कि (1)
- प्रत्येक इन्द्रिय का अपना धर्म है (1)
- प्रथ्वी (1)
- प्रभु की भक्ति (1)
- प्रसन्न रहने का स्वभाव बनाओ (1)
- प्रसन्न रहने के (1)
- प्रार्थना (1)
- प्रार्थना का मतलब हें धन्यवाद करना (1)
- प्रार्थना का मतलब हें धन्यवाद करना और (1)
- प्रेम (1)
- बहस करते करते वहाँ मत पहुँचो (1)
- बहादुर (1)
- बहार की रौशनी के भ्रम में अन्दर के उजाले को मत भूलो (1)
- बहिर्मुख वृति आपकी बनी हुई है (1)
- बाल्यकाल (1)
- बुद्धि और मन (1)
- बुरा (1)
- बृद्धों को चाहिए कि ज्यादा बोलने से बचें (1)
- बोध कथाएँ (1)
- बोलना (1)
- भक्ति (1)
- भक्ति करने के लिये कहां से प्रारम्भ करें (1)
- भगवन (1)
- भगवान का निय (1)
- भगवान की पूजा-प्रार्थना इस (1)
- भगवान के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए प्रयोग किये गए शब्द प्रार्थना हे (1)
- भगवान के सामने जब बेठो तो हाथ जोड़कर विनम्रता (1)
- भगवान गीता में कहते हें (1)
- भगवान ने आपको दुनियाँ के लाखों (1)
- भगवान वही देता है जो उचित (1)
- भगवान् की भक्ति (2)
- भय (1)
- भविष्य जानने की कोशिश मत करो (1)
- भविष्य परमात्मा के हाथ में है (1)
- भाग्य आपको परिस्थितियॉ देता (1)
- भाग्य क्या है ? (1)
- भावनायें (1)
- भूल होना (1)
- भोगना (1)
- मगर जिसे मिलता है गुरु का प्यार (1)
- मन (1)
- मन की शान्ति (भाग -३ ) (1)
- मन की शान्ति के लिए (भाग -१ ) (1)
- मन की शान्ति के लिए (भाग -२) (1)
- मन के कोरे (1)
- मन प्रभु (1)
- मननहीं बदला जाए (1)
- मनुष्य की प्रत्येक इन्द्रिय का अपना धर्म है (1)
- मनुष्य के जीवन में सबसे पहले यह (1)
- मनुष्य विचारों से ही (1)
- मन्त्र (1)
- महानता (1)
- महाराजश्री के (1)
- महाराजश्री के आगामी कार्यक्रम (1)
- महिमा (1)
- महीने में कम से कम एक दिन (1)
- माथे पर बरफ (1)
- माया (1)
- माहारज श्री के अहमदाबद् के प्रवचन का सीधा प्रसारण (1)
- मित्रता (1)
- मुर्ख (1)
- मुशकिल (1)
- मुस्कराने से खुशियां आपके आस पास (1)
- मूँगफली दी खुशबु ते गुड़ दी मिठास (1)
- मूर्खता चोट (1)
- में-में की लड़ाई से कैसे बचें (1)
- यदि किसी को कुछ दे दिया (1)
- यह जीवन छुरे (1)
- याद रखिए अगर भय है (1)
- रक्षा करो प्रेम (1)
- रहने का तरीका (1)
- राख को तो चीं (1)
- रोज यह सोचो की (1)
- लक्ष्य (1)
- लड़ाई (1)
- लापरवाही (1)
- लालच (1)
- वह इंसान महान है जो अपने नियम और मर्यादा (1)
- वहा ये बात प्रमुख हे कि.... (1)
- वाणी मैं अनर्थ (1)
- विद्यार्थियों के लिए धर्म का सूत्र (1)
- विद्यार्थियों के लिए धर्म के सूत्र (1)
- विपरीत समय में दुनिया (1)
- विराट सत्संग उल्ल्हासनगर (1)
- विराट भक्ति सत्संग (1)
- विराट भक्ति सत्संग् (1)
- विराटता (1)
- विश्वास (1)
- वे माता पिता अपनी (1)
- वेद (1)
- शांत मस्तिष्क ही सही (1)
- शान्ति (1)
- शान्ति एव सौहार्द की प्रतिमूर्ति हैं सदगुरु (1)
- शिव जी की प्रार्थना (1)
- शिवजी के १०८ नाम (1)
- शुभ कर्म (1)
- शुभ का स्वागत करो (1)
- श्री गणपति भगवान (1)
- सज्जनता (1)
- सत्कर्म (1)
- सत्संग और स्वाध्याय (1)
- सदगुरु की अमृत वाणी (1)
- सदगुरु के अनमोल बोल (1)
- सदगुरु चालीसा (1)
- सन्तान कौन सी अच्छी है (1)
- सफ़र (1)
- सफ़लता के मार्ग पर (1)
- सफलता यात्रा हे लक्ष्य (1)
- सब कुछ खो जाए (2)
- सबसे उपयुक्त समय ----- (1)
- सबसे बड़ा प्रेरक मनु (1)
- सभ्यता (1)
- समस्या को पहले समझो (1)
- समस्या से उपर उठो (1)
- सम्पति और समय (1)
- संसार (1)
- संसार में समय को बहुमूल्य संपदा माना गया हैन (1)
- सही raah (1)
- सात क़ा रहस्य (1)
- साधना शिविर मनाली (1)
- सीखिए (1)
- सीखिए: (1)
- सुख अच्छा लगता है (1)
- सुख और दुःख (1)
- सूचना (1)
- सेवा (1)
- सोते समय मन को (1)
- स्वर्ग नरक (1)
- स्वर्ग नरक भगवान् ने नहीं बनाए (1)
- हम जो संक्षिप्त मार्ग ढ़ूढ़ रहे (1)
- हमारी रचनात्मक (1)
- हमारे कर्म हे उलझन हें (1)
- हमारे जीवन में विचारों की शक्ति (1)
- हमारे जीवन में विचारों की शक्ति का बडा मूल्य है (1)
- हमें अश्रद्धा (1)
- हर दिन नया उपहार लेकर आता (1)
- हर दिन नया उपहार लेकर आता है (1)
- हर भक्त की पुकार अपने सद्गुरुजी (1)
- हर शुभ कार्य प्रारभ करने से पूर्व कठिन प्रतीत होता हे (1)
- हंसी दुखों को दूर (1)
- हाथों से कर्म करने की (1)