बहार की रौशनी के भ्रम में अन्दर के उजाले को मत भूलो, बहार के प्रभाव से अपने स्वभाव को मत बदलो, अपनी शांति, अपना आनंद, अपना उल्लास, अपना उत्साह, अपनी उमंग, अपनी तरंग, अपना चैन, अपनी नींद, अपनी जीवन शैली, अपने जीवन का उद्देश्य ख़राब मत करो।
गुरुवर सुधांशुजी महाराज के प्रवचनांश
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