कौन दुश्मन है ?
हमारी इंद्रियां दुश्मन हैं !
कौन मित्र है ?
हमारी इंद्रियां मित्र हैं !
कैसे?
आपकी इंद्रियां आपकी राजा हैं तो दुश्मन हैं !
आपकी इंद्रियां आपकी सेवक हैं तो मित्र हैं !
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Posted By Madan Gopal Garga LM VJM to AMRIT VANI at 10/21/2013 09:52:00 AM
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