दुनिया में जहाँ विनम्रता से कार्य बनता है वहां कभी उग्र नहीं होना चाहिए। लेकिन जब सारे रस्ते बंद हो जाये थो फिर डटकर मुकाबला भी करना ज़रूरी होता है। परन्तु भगवान् श्री राम की सेना की तरह संगठित होकर ही आप अन्याय, अत्याचार, पर विजय प्राप्त कर सकते हैं।
गुरुवर सुधांशुजी महाराज के प्रवचनांश
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