"इस धरती को अगर रहने के काबिल बनाना चाहते हो, स्वर्ग को धरती पर उतारना चाहते हो या विशेष सुखों को, आनन्द को भोगना चाहते हो तो मिलकर चलना सीखो, मतलब एक हो जाओ। कदम से कदम मिलाओ। एकता में बहुत बड़ी शक्ति होती है। अलग – अलग बिखरे हुए तिनके खुद में कूड़ा-करकट के सिवाय कुछ नहीं होते। लेकिन उन्हीं तिनकों को इकठ्ठा करके बाँध लेने पर कूड़े-करकट को साफ़ करने का एक सफ़ल साधन तैयार हो जाता है।"
परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज
If we want to make our life on earth worth living with bliss and happiness, then we should learn to walk together as one. There is great strength in unity. Scattered pieces of straw are nothing more than trash. However, when we gather all of those pieces of straw and tie them together, we successfully make a means to clean up the trash.
Translated by Humble Devotee
Praveen Verma
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